‘बहू फलाने की’ सुपरहिट हरयाणवी गाने में गौरव भाटी और मीनू राज मुख्य भूमिका में दिखाई देंगी, वही गीतकार हैं वरुण अग्रवाल | निपुण छायांसेवाला की आवाज में यह सॉन्ग हरियाणवी लोकगीत हैं।
इस गीत का म्यूजिक टोनी गर्ग ने कंपोज किया हैं। हरयाणवी एल्बम का सॉन्ग ‘बहू फलाने की’ गौरव भाटी लाडपुरा की ओर से प्रस्तुत किया गया हैं।
(सूरत वाकी घनी गजब की रे
उड़ गई नींद जमाने की) x2
जब देखी बहु फलाने की
सूरत वाकी घनी गजब की रे
उड़ गई नींद जमाने की
जब देखी बहु फलाने की
खोल के घुंघट चाली गाम में
कर गी खड़ा तमाशा री
उसे देख के भूख भाग जा
ना रेहवे कोई प्यासा री
दो नैनों के जोड़े ऐसे
चीज वा आख लड़ाने की
हो मेने देखी बहु फलाने की
सूरत वाकी घनी गजब की रे
उड़ गई नींद जमाने की
जब देखी बहु फलाने की
आसमान ते टूट के तारा
महारे गांव में आ गया रे
उसे देख बादल में लुक गया
चांद भी शरमा गया रे
खंजर करगी पार जिगर के
अदा रे वाकी शर्माने की
जब देखी बहु फलाने की
सूरत वाकी घनी गजब की रे
उड़ गई नींद जमाने की
जब देखी बहु फलाने की
वरुण लिखेगा तेरे ऊपर
लेके पन्ना कोरा रे
गौरव भाटी गांव लडपुरा
घना ही फेमस हो रा रे
निपुन छायसे आले गावे
चाहत तने सुनाने की
जब देखी बहु फलाने की
सूरत वाकी घनी गजब की रे
उड़ गई नींद जमाने की
जब देखी बहु फलाने की
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